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Monday 19 January 2015

Langur ke muh mai angur

'लंगूर के मुंह में अंगूर'
पत्नी थी चंद्रमुखी,
पतिदेव थे बंदरमुखी,
बहुत उछलकूद करते,
रोज गुलाटी भरते,
पत्नी से रोज नयी,
डिश की  फरमाइश करते,
पत्नी थी बहुत दुखी,
पति बोले चंद्रमुखी,
क्या नयी डिश बनायी,
पत्नी अंगूर लायी,
बोली ये डिश चखो,
मुंह में अंगूर रखो
खाकर बतलाओ,
कैसी है मेरे हजूर,
पति बोले डिश का नाम,
पत्नी बोली 'लंगूर के मुंह में अंगूर'

Woman’s Safety Apps

Woman’s Safety Apps
दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 की रेप की घटना के बाद अब कैब ड्राइवर के रेप करने की घटना ने पूरे देश का दिल दहला दिया है। रेप की कुछ ही घटनाएं भले ही बड़ा मुद्दा बन जाएं, लेकिन ऐसा कोई दिन नहीं होता, जब रेप की खबरें न आएं। ऐसे हादसों से घर के बाहर Woman Safety को लेकर चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। इस दिशा में सरकार और पुलिस की मदद के अलावा खुद कदम उठाने भी जरूरी हैं। इस काम में अगर तकनीक की मदद ली जाए, तो यह बहुत कारगर साबित हो सकती है। हम आपको बता रहे हैं Woman’s Safety से जुड़े कुछ Free Mobile Apps के बारे में...
1. Damini- इस Apps को 16 दिसंबर 2012 गैंगरेप की घटना के बाद डिवेलप किया गया। अगर यह App आपके मोबाइल में है, तो किसी भी खतरे के वक्त इसके जरिए आपके रजिस्टर्ड नंबरों पर मेसेज चले जाएंगे। थोड़ी-थोड़ी देर में आपकी GPS लोकेशन भी इन नंबरों तक जाती रहेगी। इतना ही नहीं, App के एक बार ऐक्टिवेट होने के बाद यह जगह की फोटो खींचना भी शुरू कर देता है और इन्हें रजिस्टर्ड नंबरों पर तो भेजता है, साथ ही क्लाउड पर सेव भी करता जाता है। इसके बाद अगर मोबाइल फोन बंद हो जाए या तोड़ दिया जाए, तो भी मोबाइल से विडियो और कॉल डिटेल निकाली जा सकती है।
2. bSafe- इस App की मदद से आप संकट की स्थिति में फैमिली मेंबर या करीबी लोगों को अलर्ट कर सकते हैं। इसमें फैमिली मेंबर्स या करीबी लोगों के नंबर्स फीड करने होते हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर एक बटन दबाते ही मेसेज चला जाएगा। साथ ही, अपने आप कॉल भी चली जाएगी। इसका रिस्क मोड ऑन करके आप अपनी GPS लोकेशन को दिए हुए नंबर से शेयर कर सकते हैं।
3. Women Safety Secured- यह App चीखने-चिल्लाने को खतरे के सिग्नल के तौर पर लेता है और इमर्जेंसी कॉन्टैक्ट्स को लोकेशन व टेक्स्ट मेसेज भेजता है।
4. Women's Safety App- इस App में 'शेक ऐंड अलर्ट' का फीचर है, जिसे ऑन करने के बाद फोन को झटका देने पर इमर्जेंसी कॉन्टैक्ट्स को अलर्ट चला जाएगा। यह अलर्ट अपने आप कहीं फोन को झटना लगने पर न चला जाए, इसलिए आप झटका लगने की तीव्रता भी तय कर सकती हैं।
5. Scream Alarm!- इस App की सरलता ही इसकी खासियत है। यह तेज आवाज निकालने वाला App है। किसी भी तरह का खतरा होने पर आप एक बटन दबाकर औरत की चीख जैसी तेज आवाज पैदा कर सकते हैं। यह आवाज आस-पास के लोगों को अलर्ट कर देती है।
6. SafetiPin- यह App महिलाओं की सुरक्षा को एक खास तरीके से सुनिश्चित करने की कोशिश है। यह एक ऐसा प्लैटफॉर्म है, जहां लोग अपने इलाके की ऐसी जगहों के बारे में जानकारी देते हैं, जो महिलाओं के लिहाज से सेफ नहीं हैं। लोग इस App पर उन जगहों की तस्वीरें शेयर कर सकते हैं और उन्हें सेफ्टी के लिहाज से रेट कर सकते हैं। App यह भी जानने में मदद करता है कि कौन-सी जगह रात में या दिन के किसी पहर में सेफ नहीं है।
7. Circle of 6- यह App  वैसे तो खासतौर पर कॉलेज जाने वाली स्टूडेंट्स को ध्यान में रख कर डिजाइन किया गया है, लेकिन यह सभी महिलाओं के लिए यूजफुल साबित हो सकता है। किसी भी परेशानी की स्थिति में बस एक टैप करते ही आपके दोस्तों तक मदद का मेसेज चला जाएगा। यह App हिंदी में भी उपलब्ध है और इसमें दिल्ली के हेल्पलाइन नंबर्स भी पहले से फीड हैं।
8. Raksha - Women Safety Alert- इसमें बिना App पर जाए केवल वॉल्यूम बटन दबाने से आपकी लोकेशन इमर्जेंसी कॉन्टैक्ट्स के पास चली जाएगी। जहां मोबाइल इंटरनेट न हो, वहां 100 नंबर पर कॉल चली जाएगी और SMS चले जाएंगे।
9. SmartShehar Woman Safety Shield Protection- इस App से तस्वीर ली जा सकती हैं। इमर्जेंसी बटन दबाते ही उस तस्वीर के साथ लोकेशन की जानकारी पहले से चुने गए इमर्जेंसी कॉन्टैक्ट्स को चली जाएगी। अगर इसे भेजने से पहले आपका फोन खो भी गया, तो परेशान मत होइए। App कुछ ही सेकंड्स में अपने-आप सारी जानकारी भेज देगा। इसमें 'वॉक विद मी' फीचर से पहले से तय लोग रीयल टाइम में आपकी मूवमेंट्स ट्रैक कर सकेंगे।
10. VithU: V Gumrah Initiative- फोन के पावर बटन को दबाकर इसे ऐक्टिवेट किया जा सकता है, जिससे इमर्जेंसी के लिए पहले से तय कॉन्टैक्ट्स के पास "I am in danger. I need help. Please follow my location" अपडेटेड लोकेशन के साथ हर 2 मिनट पर मेसेज जाते रहेंगे।
11. Suspects Registry - FOR WOMEN- यह भी लोकेशन ट्रैक करता है। पैनिक अलार्म बटन को दबाने पर इमर्जेंसी कॉन्ट्रैक्ट्स के पास 1 मिनट की रिकॉर्डिंग के साथ आपकी लोकेशन की जानकारी चली जाएगी। "Record Any Incident" फीचर App के फेसबुक पेज पर तस्वीरें अपलोड कर देता है।
12. Pukar-A Personal Safety App- पहले से तय इमर्जेंसी कॉन्टैक्ट्स के पास थोड़ी-थोड़ी देर पर GPS लोकेशन के साथ SMS अलर्ट जाता रहता है। फोन पर किसी का ध्यान न जाए, इसके लिए इस दौरान फोन से कोई आवाज नहीं आती और स्क्रीन की ब्राइटनेस भी कम रहती है।
13. Women Safety Help Totem SOS- इसमें खतरे के लेवल के हिसाब से मोड चुने जा सकते हैं। सुरक्षित महसूस करने पर हरा चुनें। जब तय न कर पा रही हों, तो पीला चुनें, इससे केवल आपकी GPS लोकेशन कुछ-कुछ देर पर पहले से तय कॉन्टैक्ट्स के पास जाएगी। रेड मोड से 100 नंबर पर डायल हो जाएगा, आपकी लोकेशन इमर्जेंसी कॉन्टैक्ट्स के पास चली जाएगी। इसके अलावा App हर 10 सेकंड पर तस्वीरें लेगा और ऑडियो रिकॉर्ड करेगा।
14. iGoSafely - Personal Safety App- एक बार ऐक्टिवेट होने के बाद फोन झटकने या हेडफोन निकालने पर यह आपके कॉन्टैक्ट्स को अलर्ट कर देगा। GPS लोकेशन के साथ ईमेल और टेक्स्ट मेसेज चले जाएंगे। जब तक बंद न कर दिया जाए, तब तक हर मिनट पर अपडेट्स जाते रहेंगे। हर अलर्ट मेसेज में GPS लोकेशन, स्ट्रीट अड्रेस (अगर उपलब्ध हो) और 30 सेकंड की ऑडियो रेकॉर्डिंग होती है।
15. Smart24x7-Personal Safety App- यह पैनिक अलर्ट से इमर्जेंसी कॉन्टैक्ट्स को जानकारी भेजता है, जिसमें उस हालत की ऑडियो रेकॉर्डिंग और तस्वीरें भी होती हैं। इन्हें पुलिस को भी भेजा जाता है। इसका कॉल सेंटर और यूज़र का प्राइमरी कॉन्टैक्ट मूवमेंट ट्रैक कर सकता है।






Saturday 10 January 2015

3 Chijen



3 चीजें
3 चीजों को सम्मान करना चाहिए- माता, पिता, गुरु ।
3 चीजें जीवन में एक ही बार मिलती है- मां, बाप, जवानी ।
3 चीजें कभी किसी के लिए नहीं रुकती- ग्राहक, मृत्यु, समय ।
3 चीजों को कभी भी नहीं भूलना चाहिए- सच्चाई, फर्ज, मृत्यु ।
3 चीजें भाई-भाई के बीच में दुश्मनी पैदा करती है- जर, जोरू, जमीन ।
3 चीजें किसी दूसरे के द्वारा हड़प नहीं की जा सकती- बुद्धि, चरित्र, हुनर ।
3 मित्र सच्चे माने जाते हैं- बुढ़ापे में पत्नी, पुराना कुत्ता, जमा किया हुआ धन ।
3 चीजें एक बार चली जाएं तो लौटकर वापिस नहीं आती- जान शरीर से, तीर कमान से, बात जुबान से ।

Friday 9 January 2015

I Miss YOu

I Miss YOu
I Miss YOu


Agar Neend Aa Jaaye Toh So Bhi Liya Karo,
Raaton Ko Jagney Se Mohabbat Lota Nahi Karti

Tera Na Hone Se Zindagi Mein Bas Itni Si Kami Rehti Hai,
Main Chahein Lakh Muskuraun In Aankhon Mein Nami Si Rehti Hai.

 Kuch Isliye Bhi Mene Use Jaane Se Nhi Roka,
Kyunki Jata Hi Nahi Agar Mera Hota.

Suna Hai Aaj UsKi Ankho Me Aa Gaye Aansoo,
Wo Bachho Ko Sikha Rahi Thi Mohabbat Aise Likhte Hai.




Thursday 8 January 2015

Windows 7 Keyboard Shortcuts

Windows Keyboard Shortcuts
  1. Ctrl+Shift+N to Create a New Folder
  2. Ctrl+Shift+Click to Open a Program As Administrator
  3. Shift+Right-Click Enhances Send to Menu
  4. Win+Pause helps you check System Properties (Win means Window)
  5. Ctrl+Shift+Esc Can Quickly Windows Task Manager
  6. Win+B to Move Focus to the System Tray
  7. For Dual Monitors: Win+Shift+Left Arrow Key to Move Active Window to Left Monitor
  8. For Dual Monitors: Win+Shift+Right Arrow Key to Move Active Window to Right Monitor
  9. Win+T to Get to Taskbar Items
  10. Shift+Right-Click on a Folder to Open Command Prompt
  11. Win+Space to Quickly Show Desktop
  12. Win+Up/Down/Left/Right for Moving the Active Window
  13. Shift+Click on a Taskbar App to Open a New Instance of the App
  14. Win+P for Quickly Connecting Your Laptop to a Projector
  15. Win+1, Win+2..so on for Opening Taskbar Programs


Quotes of Albert Einstein

अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है. दूसरा है कि हर वस्तु एक चमत्कार है।
                                        अल्बर्ट आईन्सटीन




“There are only two ways to live your life. One is as though nothing is a miracle. The other is as though everything is a miracle.”

                               Albert Einstein

Only u

Sirf Tum
1 ladka 1 Ladki ek doosre ko bahut pyar karte the, Ladki ne ladke ko dekha tha but Ladke ne ladki ko nhi dekha tha wo online hi baat karte the. 1 bar dono ne milne ke barey socha aur time and place decide kiya Ladka bola maine tumhe dekha nhi hai to pechanunga kaise ? Ladki Boli Mene White Dress Pehni Hogi Or Mere Hath Me Red Rose Hoga Ladka Agle Din Subha Bahut Khus Ho Kar Us Ladki Se Milne Gaya Par Usne Waha Jakar Ke Dekha ki Ek Budhi Aurat Chehre Par Jhuriya Bahut Hi Bad Surat, Hath Me Red Rose Or White Dress Pahen Ke Khadi Thi Ladka Ek Pal Ke Liye Chok Gaya Us Aurat Ko Dekh Kar Par Dusre Hi Pal Chal Pada Aur Us Aurat Se Jakar Bola I Love U Mai Hi Hu Wahi Jisne Tumse Mohabbat Ki Hai Tabhi wo aurat boli wo mein nhi hoon jisne tumse mohobat ki hai, Wo to Us Ped Ke Piche Khadi Hai Ladki Ladke Ke Pas Aai Or Kaha Agar Mai Ye Hoti To Bhi Tum Mujse Pyar Karte Ladke Ne Kaha :- Maine Tumko Chaha Hai Tumhari Surat Ko Nahi Maine Apne Khayalo Mai Tumko Paya Hai, Tumhare Tasvur Ko Nahi, Meri Har Dhadkan Har Sans Par Tum Hi Tum Basi Ho, Tumhara Roop Nahi, Mujhe Koi Farak Nahi Padta Iss Bat Se, Tum Kon Ho Kya Ho Kuch Bhi Ho, Mai Bas Itna Janta Hun Ki, Tum Bas Meri Ho Aur Mai Tumhara. This Is True Love


Data recovery software

Data recovery software

 Computer से Delete हुई फाईलें कैसे वापस लाएं

कई बार गलती से हम अपनी बहुत ज्यादा Important Files को अपने को Computer से Delete कर देते है लेकिन जब हमे उन Files जरुरत पड़ती है तो हमारा दिमाग घूम जाता है। लेकिन अब परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि Internet पर बहुत से ऐसे  Data recovery software  उपलब्ध है जो Delete की हुयी Files को Computer से वापस खोज निकालते है यही नही ये इस तरह के Data recovery software Format  की हुई Hard Disk से भी Data recover कर लेते है| इन्ही में से एक software हम आपको यहां देने जा रहे हैं जो सिर्फ 4MB का है लेकिन बहुत काम का है।

इस Data recovery software से आप किसी भी Computer drive से Delete हुआ Data प्राप्त कर सकते है, साथ में आप Pen drive, Memory card, Photo camera आदि में से भी Delete हुआ Data प्राप्त कर सकते है  यह पूरी तरह पोर्टेबल है और इसे Install करने की भी जरूरत नहीं है।  इस Software को यहां से Download किया जा सकता है- Data recovery software 

Right To Information

सूचना का अधिकार

आज अगर हम किसी से पूछते हैं कि आप अपने आपको भारत का कैसा नागरिक मानते हैं तो ज्यादातर का जवाब होता है कि हम अपने आपको देश के बहुत बड़े जागरूक नागरिक मानते है लेकिन उनसे मेरा एक सवाल हैं कि क्या वो या हम वाकई जागरूक नागरिक है? लेकिन अगर हम पुराने समय पर नजर डालेंगे और इतिहास का विश्लेषण करेंगे तो पायेंगे कि हम यानी इस देश के नागरिक ना पहले जागरूक थे, ना ही आज के समय में जागरूक है| 
अगर हम सच में ही जागरूक होते तो शायद ही भारत कभी गुलाम होता| जब देश पर बाहरी आक्रमण हुए तब हमारे देश की जनता निष्क्रिय रही, क्योंकि उसे लगता था कि आक्रमण शासन के लिए शासक पर किया गया है| और शासक कोई भी उसे क्या फर्क पड़ने वाला है| हमारे यहाँ का नागरिक शासकों के मामले में इतना ही सोचता आया कि यह शासक नहीं तो वह सही, हमें तो मेहनत ही करनी है| और इसी का नतीजा था कि 1857 में जब भारत के स्थानीय शासकों ने जब अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र क्रांति की, तब जनता जागरूकता के अभाव में अंग्रेजों को भगाने में सक्रीय नहीं हुई| और नतीजा वह क्रांति फ़ैल हो गई और देश गुलामी की जंजीरों से जकड़ गया| 
1857 क्रांति जनता की नजर में स्थानीय शासकों का अपना शासन बचाने का प्रयास मात्र था, अत: वह स्थानीय शासकों के साथ क्रांति में भागीदार ही नहीं रही| स्थानीय शासकों की भी कमी थी कि वे जनता को अंग्रेजों के खिलाफ जागरूक ही नहीं कर पाये, ना उन्होंने कोशिश की| 
जब बापू (महात्मा गाँधी) ने जनता को बताया कि वे अंग्रेजों के गुलाम है और जनता को जागरूक किया कि इन विदेशी शासकों को भगाकर जनता लोकतंत्र के रूप में आजाद हो सकती है| लोकतंत्र में जनता का राज होगा, वह खुद अपना शासक अपने बीच से चुनेगी| 
जनता जागरूक हुई और उन अंग्रेजों को बिना जंग किये, बिना लाठी-डंडा चलाये भगा दिया जिनको कभी देश के बहुत सारे शासक हथियारों के बल पर नहीं भगा पाये| लेकिन महात्मा गाँधी ने जनता को इतना ही जागरूक किया था कि इन गोरे अंग्रेजों से सत्ता छीनकर कांग्रेस रूपी काले अंग्रेजों को दे दो, और जनता ने दे दी| कांग्रेस या अन्य लोकतांत्रिक दलों को सत्ता देकर जनता फिर सो गई| कभी जागरूक रहकर यह देखने की कोशिश भी नहीं की कि हमने जिनको राज दिया है वे ठीक ढंग से काम कर भी रहे है या नहीं और नतीजा आपके सामने है- हमारे जागरूक नहीं रहने के कारण देश में अरबों रूपये के घोटाले हो गए, घोटालों से जमा किया धन हमारे नेता विदेशों में जमा करा आये, इस तरह हमारा धन बिना मेहनत किये, बिना सिर कटवाये, बिना संघर्ष किये विदेशी हाथों में चला गया| और आज उसी काले धन के नाम पर नेतागण हमारी भावनाओं का वोटों के रूप में दोहन कर फिर हमें बेवकूफ बनाने में तुले है| क्यों ? क्योंकि हम आज भी जागरूक नहीं कि जो जिला कलेक्टर या पुलिस अधिकारी जिसे हम साहब कह कर पुकारते है वह जन-सेवक है, हमारे दिए कर से उसे वेतन मिलता है| वो नेताजी जो कल तक हमसे वोट की भीख मांग रहे थे आज हम पर मंत्री, प्रधानमंत्री बनकर शासन कर रहे है और हम उनके हाथ जोड़े अपने लिए खैरात की मांग करते है| ऐसा क्यों हो रहा है? जवाब सिर्फ एक ही कि हम जागरूक नहीं| विदेशियों की गुलामी के खिलाफ हम जागरूक हुए लेकिन अपने कथित जन-सेवकों को सत्ता देकर फिर सो गए और आज भुगत रहे है| हमारे से बाद में आजाद हुए हमारे सामने बेहद छोटे-छोटे देश विकास की दौड़ में हमसे आगे निकल गए| 
हमारे जागरूक नहीं होने का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि वर्ष 2005 में बने Right to information अर्थात सूचना के अधिकार कानून का इस्तेमाल करना हम आज भी बहुत कम जानते है| जबकि जो लोग जागरूक है और इस अधिकार का इस्तेमाल कर रहे है वे वाकई इस देश में अपने आपको आजाद नागरिक समझते है और आजादी का सही मायने में लुफ्त उठाते है| 

इसलिए यदि आप भी आजादी का सही मायने में लुफ्त उठाना चाहते है और अपने मन में आजाद देश के आजाद नागरिक का भाव रखना चाहते है तो सूचना के अधिकार अधिनियम का इस्तेमाल करते हुए सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों की समय-समय पर जांच कीजिये| मात्र 10 रूपये सूचना पाने की फीस चुकाकर कलेक्टर के भी कार्यालय के काम की ऐसे जांच करने जाईये जैसे कलेक्टर अन्य विभागों में उनके काम का निरीक्षण करने जाता है| 

Tuesday 6 January 2015

moral story

भले का बदला भला
           
एक महिला अपने परिवार वालों के लिए रोजाना भोजन पकाती थी और एक रोटी वह वहां से गुजरने वाले किसी भी भूखे के लिए पकाती थी , वह उस रोटी को खिड़की के सहारे रख दिया करती थी जिसे कोई भी ले सकता था । एक कुबड़ा व्यक्ति रोज उस रोटी को ले जाता और बजाय धन्यवाद देने के अपने रास्ते पर चलता हुआ वह कुछ इस तरह बडबडाता "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा " दिन गुजरते गए और ये सिलसिला चलता रहा ,वो कुबड़ा रोज रोटी लेके जाता रहा और इन्ही शब्दों को बडबडाता "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा " वह महिला उसकी इस हरकत से तंग आ गयी और मन ही मन खुद से कहने लगी कि "कितना अजीब व्यक्ति है ,एक शब्द धन्यवाद का तो देता नहीं है और न जाने क्या क्या बडबडाता रहता है , मतलब क्या है इसका "। एक दिन क्रोधित होकर उसने एक निर्णय लिया और बोली "मैं इस कुबड़े से निजात पाकर रहूंगी "और उसने क्या किया कि उसने उस रोटी में जहर मिला दीया जो वो रोज उसके लिए बनाती थी और जैसे ही उसने रोटी को को खिड़की पर रखने कि कोशिश कि अचानक उसके हाथ कांपने लगे और रुक गये और वह बोली " हे भगवान मैं ये क्या करने जा रही थी ?" और उसने तुरंत उस रोटी को चूल्हे कि आँच में जला दिया । एक ताज़ा रोटी बनायीं और खिड़की के सहारे रख दी , हर रोज कि तरह वह कुबड़ा आया और रोटी लेके "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा " बडबडाता हुआ चला गया इस बात से बिलकुल बेखबर कि उस महिला के दिमाग में क्या चल रहा है । हर रोज जब वह महिला खिड़की पर रोटी रखती थी तो वह भगवान से अपने पुत्र कि सलामती और अच्छी सेहत और घर वापसी के लिए प्रार्थना करती थी जो कि अपने सुन्दर भविष्य के निर्माण के लिए कहीं बाहर गया हुआ था ।महीनों से उसकी कोई खबर नहीं थी। शाम को उसके दरवाजे पर एक दस्तक होती है ,वह दरवाजा खोलती है और भोंचक्की रह जाती है , अपने बेटे को अपने सामने खड़ा देखती है । वह पतला और दुबला हो गया था। उसके कपडे फटे हुए थे और वह भूखा भी था ,भूख से वह कमजोर हो गया था । जैसे ही उसने अपनी माँ को देखा, उसने कहा, "माँ, यह एक चमत्कार है कि मैं यहाँ हूँ। जब मैं एक मील दूर है, मैं इतना भूखा था कि मैं गिर। मैं मर गया होता, लेकिन तभी एक कुबड़ा वहां से गुज़र रहा था ,उसकी नज़र मुझ पर पड़ी और उसने मुझे अपनी गोद में उठा लीया,भूख के मरे मेरे प्राण निकल रहे थे मैने उससे खाने को कुछ माँगा ,उसने नि:संकोच अपनी रोटी मुझे यह कह कर दे दी कि "मैं हर रोज यही खाता हूँ लेकिन आज मुझसे ज्यादा जरुरत इसकी तुम्हें है सो ये लो और अपनी भूख को शांत करो "। जैसे ही माँ ने उसकी बात सुनी माँ का चेहरा पीला पड़ गया और अपने आपको सँभालने के लिए उसने दरवाजे का सहारा लीया , उसके मस्तिष्क में वह बात घुमने लगी कि कैसे उसने सुबह रोटी में जहर मिलाया था अगर उसने वह रोटी आग में जला के नष्ट नहीं की होती तो उसका बेटा उस रोटी को खा लेता और अंजाम होता उसकी मौत और इसके बाद उसे उन शब्दों का मतलब बिलकुल साफ हो चुका था "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा।
" निष्कर्ष "

हमेशा अच्छा करो और अच्छा करने से अपने आप को कभी मत रोको फिर चाहे उसके लिए उस समय आपकी सराहना या प्रशंसा हो या न हो ।